Niraj संवाददाता
लातेहार: जेजेएमपी का दस लाख का ईनामी जोनल कमांडर मनोहर परहिया ने अपने एक साथी दीपक कुमार भुईयां उर्फ कुंदन जी के साथ झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनो ने शुक्रवार को पलामू डीआईजी राज कुमार लकड़ा, सीआरपीएफ पलामू रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक पंकज कुमार और लातेहार पुलिस कप्तान अंजनी अंजन , रविशंकर मिश्रा, समादेष्टा, आसूचना झारखण्ड सेक्टर, वेद प्रकाश त्रिपाठी, समादेष्टा, 11 बटालियन, अभिनव आनन्द, द्वितीय समादेशक, सीआरपीएफ 214 बटालियन के समक्षके समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
इस अवसर पर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा, ने कहा कि यह दोनों का आत्मसपर्मण करना यह दिखलाता है कि अब उग्रवादियों में पुलिस का खौफ बड़ा है। साथ ही यह सभी झारखंड सरकार के नई दिशा आत्मसमर्पण नीति से भी प्रभावित होकर मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। यह लातेहार पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है।
इसके लिए मैं लातेहार पुलिस कप्तान अंजनी अंजन और उनकी पूरी टीम को बधाई देता है। पुलिस कप्तान अंजनी अंजन ने कहा कि हम पिछले दो वर्षों से पूरे जिले में सीआरपीएफ, कोबरा और लातेहार पुलिस की टीम मिलकर लगातार जिले को नक्सली मुक्त करने को लेकर बड़े बड़े अभियान चला रही है। इसी सिलसिले में सुरक्षाबलों के द्वारा इनके परिजनों से संपर्क कर उन्हें समझाया गया, जिसके परिणाम स्वरूप ये दोनो ने मुख्यधारा से जुड़ने का निर्णय लिया और इन्होंने पुलिस के समझ आत्मसमर्पण कर दिया।
साथ ही उन्होंने बताया कि मनोहर परहिया पर 13 मामले दर्ज है। जिसमें मुख्य रूप से पिछले दिनों बेंदी में हुए पुलिस के साथ मुठभेड़ और दो साल पहले हुए मुठभेड़ जिसमें डिप्टी कमांडेंट जो शहीद हो गए थे उस दस्ते में भी मनोहर परहिया शामिल था।